बारिश पहाड़ों से लेकर मैदान तक आफत बनकर टूट रही है। मंगलवार रात से जारी बारिश से नदी नाले उफान पर आ गए हैं। सड़कें मलबे से पटी हैं। जबकि कई घरों में पानी घुसने से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया। प्रदेश में कई जगह सड़कें बंद होने से आवाजाही भी ठप हो गई है। केदारनाथ हाइवे सुचारू है, लेकिन बदरीनाथ हाइवे सिरोहबगड़ में बंद है। वहीं यमुनोत्री हाईवे को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।
वहीं चमनी देवी और प्यारी देवी के घरों में पानी घुस गया। यमुनोत्री हाइवे के समीप जनक सिंह के आवासीय भवन के आगे का हिस्सा धंसने से यहां परिवार में खौफ है। डर के कारण किरायेदार और भवन स्वामी ने रात को ही मकान खाली कर दिया। राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची है।
उत्तरकाशी में बरसाती गदेरे उफान पर आने से कृषि भूमि का कटाव हुआ है। मलबा आने से मोरी त्यणी, मोरी नैटवाड सांकरी,आराकोट चीवा मोटर मार्ग पर यातायात अवरुद्ध है। तहसीलदार चमन सिंह ने बताया कि इन मार्गों से मलबा हटाने का कार्य गतिमान है।
श्रीनगर में बादलों की गड़गड़ाहट के साथ तेज बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे बदरीनाथ हाईवे अलग-अलग जगहों पर अवरुद्ध है। श्रीनगर से सात किलोमीटर रुद्रप्रयाग की ओर चमधार में मलबा आने से हाईवे बंद हो गया।वाहनों को श्रीनगर से खिर्सू -खेडाखाल मोटर मार्ग पर डाइवर्ट किया गया है।
मोरी-त्यूनी मार्ग पर मलबा और बोल्डर हटाने का काम जारी है, जिससे यातायात जल्द शुरू किया जा सका।