पतलोट (नैनीताल)। ओखलकांडा ब्लॉक के करीब एक दो दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीण नया आधार कार्ड बनवाने या संशोधन के लिए 80 किलोमीटर से भी अधिक की दूरी तय करनी पड़ रही है।
इससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ढोलीगांव, पजैना, मल्ला कांडा, तल्ला कांडा, दिगोली, कुलोन, धैना, कैडागांव, कुकना, सुनकोट, काफली , कचलाकोट, जोस्यूडा, भौनरा, भेटीदियारखोली, सेमलकन्या, डलौज, गुरना, नाई भीड़ापानी, महतोली, हरिनगर, नरतोला, मोहना गांव, बरमधार कोटली और भुमका आदि गांव के ग्रामीणों को अतिरिक्त सफर तय करना पड़ा है।
ग्रामीणों की पीड़ा
क्षेत्र के आसपास के लोग दस किलोमीटर तक भी पैदल दूरी पार कर मुख्य सड़क तक पहुंचते हैं। इसके बाद 70 से 80 किलोमीटर वाहनों से सफर तय कर धारी तहसील मुख्यालय पहुंचते हैं। तब जाकर आधार कार्ड या अन्य दस्तावेज बनाते हैं। अगर यहां भी काम नहीं बना तो निराश होकर लौटना पड़ता है।
-विपिन चंद्र जोशी, समाजसेवी ढोलीगांव
हमें 55 किलो मीटर की दूरी तय कर आधार कार्ड बनाने के लिए धारी पहुंचना पड़ता है। ओखलकांडा में आधार कार्ड नहीं बनने से समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
-नरेश नयाल, ग्रामीण नाई
– 50 से अधिक किलोमीटर का सफर तय करके आधार कार्ड और खतौनी के काम से तहसील जाने में लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही अतिरिक्त किराया देने के साथ ग्रामीणों का पूरा दिन बर्बाद होता है।
-हेम वारियाल, समाजसेवी वारीगांव